तहलका न्यूज ब्यूरो
लखनऊ, 6 नवंबर. मार्च 2013 में नवीं के दो छात्रों को वाहनचोर बनाकर जेल भेजने के मामले में सीबीसीआईडी की तहरीर पर तत्कालीन इंस्पेक्टर कृष्णानगर समेत सात पुलिसवालों के खिलाफ बुधवार की रात एफआईआर दर्ज हो गई। सीबीसीआईडी ने मार्च 2015 में जांच पूरी करने के बाद तहरीर दी थी, लेकिन कृषणानगर पुलिस मामला नहीं दर्ज कर रही थी। हाईकोर्ट ने जब इस मामले को लेकर एसएसपी लखनऊ समेत अन्य अधिकारियों को तलब किया तो कृष्णानगर पुलिस ने रातोंरात केस दर्ज कर लिया।
सीबीसीआईडी ने केस दर्ज कराने के लिए लखनऊ पुलिस को कई रिमांडर भेजे, लेकिन एफआईआर नहीं हुई। आरोपित पुलिसवालों ने शासन की अनुमति न लेने का अड़ंगा लगाया। शासन ने भी 20 अक्टूबर 2015 को अभियोजन स्वीकृति दे दी। इसको आदेश सीधे एसएसपी लखनऊ को भेजा गया। इसके बाद भी कृष्णानगर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। इस पर पीडि़त छात्र के पिता ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई। हाईकोर्ट ने पुलिस को छह सप्ताह का समय दिया। गुरुवार को एसएसपी लखनऊ समेत अन्य अधिकारियों की हाईकोर्ट में पेशी थी। कृष्णानगर पुलिस ने बुधवार की रात आनन-फानन में सीबीसीआईडी के अधिकारियों से संपर्क किया और आरोपित पुलिसवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
ये है पूरा मामला
कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी सेक्टर डी वन निवासी 9वीं के दो छात्रों को कृष्णानगर पुलिस ने वाहन चोर बताकर तीन मार्च 2013 को किशोर संप्रेक्ष्सण गृह भेज दिया था। इनमें एक सिपाही का बेटा था और दूसरा रिटायर फौजी का। पुलिस ने आशियाना के पकरी निवासी शैलेंद्र यादव की बाइक चोरी की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों छात्र के पास से शैलेंद्र के अलावा चोरी की एक और बाइक बरामद दिखाई थी। बाद में सिपाही नेता ने सीबीसीआईडी जांच की मांग की थी। गृह विभाग ने 30 सितंबर 2013 को जांच सीबीसीआईडी को दी थी। जांच में खुलासा हुआ कि कृष्णानगर पुलिस ने जिस शैलेंद्र यादव की बाइक को चोरी का बताकर दोनों छात्रों से बरामद दिखाई थी, वह कहानी फर्जी थी। शैलेंद्र ने अपने बयान में बताया कि दो मार्च 2013 की रात वह बाइक से सब्जी खरीदने कृष्णानगर मंडी आया था। बाइक खड़ी कर वह सब्जी ले रहा था। करीब पौने नौ बजे लौटा तो देखा कि बाइक नहीं थी।
ये हैं आरोपी
1. तत्कालीन इंस्पेक्टर राम नेही सिंह यादव (डिप्टी एसपी के रूप में सीतापुर तैनात)
2. एसआई अनुराग उपाध्याय (बाजारखाला कोतवाली में मिल एरिया चौकी इंचार्ज)
3. एसआई राजेश पाल सिंह (मेरठ क्राइम ब्रांच में तैनात)
4. कांस्टेबल दिलीप कुमार (तालकटोरा थाने में तैनात)
5. कांस्टेबल प्रिंस यादव (कृष्णानगर कोतवाली में तैनात)
6. कांस्टेबल मनोज कुमार (जीआरपी में तैनात)
7. कांस्टेबल रवींद्र सिंह
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
आईपीसी की धारा 167, 218, 323, 342, 504 और 23 किशोर अधिनियम।
क्या कहते हैं कृष्णानगर के इंस्पेक्टर
इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव ने कहा कि सीबीसीआईडी की तहरीर पर सात पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। बुधवार की रात केस दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर गुरुवार को हाईकोर्ट में पेशी थी।