तहलका न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली, 11 जनवरी. पश्चिम बंगाल के मालदा में कालियाचक इलाके में हुई हिंसा मामले की जांच के लिए मालदा पहुंची 3 सदस्यीय 'जांच टीम' को आज सुबह हिरासत में लिया गया। इनमें दार्जिलिंग से पार्टी सांसद एसएस अहलूवालिया, रिटायर्ड डीजीपी विष्णु दयाल राम और बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव शामिल हैं। इसके बाद उन्हें वापस लौटा दिया गया। इस दौरान अहलूवालिया ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उनके मुताबिक, ममता कुछ भी कर सकती हैं। वहीं, मालदा हिंसा के जांच दल को हिरासत में लिए जाने पर भाजपा के सिद्धार्थ दास ने कहा कि यह ममता बनर्जी सरकार की तानाशाही है, वह मामले पर पर्दा डालना चाहती हैं। मालदा की घटना राज्य प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध है। कृष्णु मित्रा ने कहा है कि पुलिस द्वारा जांच दल को हिरासत में लिया जाना उचित नहीं है।
मालदा पुलिस ने भाजपा की जांच टीम को रेलवे स्टेशन से ही लौट जाने को कहा और कालियाचक जाने से रोक दिया। भाजपा की इस टीम को मालदा स्टेशन से बाहर भी नहीं निकलने दिया गया। कहा गया कि बाहर आने या कलियाचक जाने से कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसके बाद उन्हें दूसरी ट्रेन से वापस लौटा दिया गया।