तहलका न्यूज ब्यूरो
लखनऊ, 12 मार्च. यूपी सदन में भी पीएम नरेंद्र मोदी की चर्चा बनी रहती है। बीते शुक्रवार को सदन में चर्चा उठी कि पीएम मोदी विदेशों में गीता बांटते हैं, लेकिन बीजेपी के अन्य नेता ही गीता का सम्मान नहीं करते हैं। इस बीच सपा नेता अहमद हसन ने बीजेपी पर धर्म का व्यापार करने का आरोप लगाया। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष नसीमुद्दीन सिद्दकी बीच में बोल पड़े। सिद्दकी ने हसन से कहा कि आप गीता का बहुत सम्मान करते हैं तो गीता का एक श्लोक ही सुना दीजिए। जब हसन कोई श्लोक नहीं सुना सके तो सिद्दकी ने ही संस्कृत में गीता का एक श्लोक पढ़कर सुनाया।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पढ़ा ये श्लोक-
दैवाधीनम जगत सर्वम्, मंत्रधीनम् च देवता, ते मंत्र ब्राह्मणाधीनम, तस्मात ब्राह्मण देवता।
गीता पर सदस्यों के बीच छिड़ी बहस पर विराम लगाते हुए सभापति ओम प्रकाश शर्मा ने सदन को बजट पर केंद्रित चर्चा करने को कहा। भाजपा ने गीता में बजट की उपयोगिता समझाई। कहा, राज्य कैसे चले और कर क्या होता है यह कर किस सीमा तक हो सब कुछ गीता में बताया गया है। कर ऐसे वसूला जाना चाहिए जैसे बछड़ा गाय का दूध पीता है लेकिन उसी सीमा तक की गाय को चोट नहीं पहुंचती।