तहलका न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली. अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की घोषणा बस कुछ ही देर में हो जाएगी। अभी तक के रुझानों से साफ हो गया है कि डोनाल्ड ट्रंप यूएस प्रेसिडेंट का चुनाव जीत सकते हैं। इस दौड़ में ट्रंप ने हिलेरी को काफी पीछे छोड़ दिया है। अब चर्चा ये है कि यदि ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो भारत को कितना फायदा या फिर नुकसान होगा। चर्चा ये भी है कि कुछ नीतियों में ट्रंप जरूर बदलाव करेंगे जो कि भारत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। वहीं, आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को ट्रंप का अच्छा सपोर्ट मिल सकता है और पाकिस्तान को तगड़ा झटका।
नाटो के सहयोगी देशों को सैन्य मदद पर लगेगा अंकुश
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने प्रचार के दौरान कहा था कि वो नाटो के सहयोगी देशों को सैन्य मदद पर भी अंकुश लगा सकते हैं। ट्रंप ने कहा है कि अगर वो जीते तो अमेरिका उन्हीं देशों की सैन्य मदद करेगा जो उसकी शर्तें मानेंगे। दूसरे विश्व युद्ध के बाद शायद पहली बार किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने सहयोगी देशों की सैन्य मदद को लेकर ऐसा बयान दिया है। ट्रंप ने अमेरिकी जनता से वादा किया है कि अगर वो जीते तो इराक और लेवांत में इस्लामिक स्टेट पर कहर टूट पड़ेगा। ट्रंप के बयानों से संकेत मिलता रहा है कि वो सीरिया में बशर अल असद सरकार के समर्थक हैं। जबकि मौजूदा अमेरिका प्रशासन बशर विरोधियों को समर्थन दे रहा है।
अमेरिका के इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगा बढ़ावा
ट्रंप ने पर्यावरण और ऊर्जा क्षेत्र में भी पुरानी अमेरिकी नीति बदलने की बात कही है। ट्रंप ने अमेरिका के क्लाइमेट चेंज प्रोग्राम को दिए जाने अरबों डॉलर की मदद को बंद करने की बात कही है। ट्रंप ने कहा है कि वो इस पैसे को अमेरिका में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में खर्च करेंगे। ट्रंप ने अमेरिकी तेल और प्राकृतिक गैस क्षेत्र पर पर लगे प्रतिबंध भी हटाने की बात कही है ताकि इनका उत्पादन बढ़ाया जा सके।
ओबामा के 25 एग्जिक्यूटिव ऑर्डर रद्द होंगे
ट्रंप ने कहा है कि ओबामा के दिए हर एक्जिक्यूटिव एक्शन, मेमोरंडम और आर्डर को रद्द कर देंगे। ट्रंप के प्रचार टीम से जुड़े एक सदस्य ने हाल ही में कहा था कि अगर ट्रंप जीतते हैं तो बराक ओबामा द्वारा दिए गए करीब 25 एग्जिक्यूटिव ऑर्डर रद्द किए जा सकते हैं। ट्रंप ओबामा के जिन एग्जिक्यूटिव ऑर्डर को रद्द करने की तरफ इशारा करते रहे हैं उनमें सबसे ऊपर ओबारा द्वारा लायी गई स्वास्थ बीमा योजना है। इस योजना का लाभ एक करोड़ से अधिक अमेरिकयों को मिला था। ट्रंप ने कहा है कि वो इसकी जगह नई स्वास्थ्य बीमा योजना लाएंगे जिस पर अमेरिका सरकार का ज्यादा नियंत्रण होगा।
भारत के सॉफ्टवेयर सेक्टर पर पड़ेगा असर
ट्रंप ने मतदान से दो दिन पहले ही बयान दिया था कि चीन और भारत अमेरिकियों के रोजगार छीन रहे हैं। ऐसे में अगर वो चुनाव जीतते हैं तो अमेरिका से नौकरियों की आउटसोर्सिंग पर भी असर दिखेगा। भारत के सॉफ्टवेयर सेक्टर पर इसका काफी असर पड़ सकता है। नस्ली भेदभाव का लेकर भी ट्रंप का नजरिया काफी रूढ़िवादी रहा है। उन्होंने कालों की हत्या के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शनों को कड़ाई से निपटने की बात कही है। समलैंगिक अधिकारों को लेकर भी ट्रंप का नजरिया रूढ़िवादी हैं। उन्होंने साफ तौर पर समलैंगिक विवाहों का विरोध नहीं किया लेकिन वो संकेत दे चुके हैं को वो इसे लेकर सकारात्मक राय नहीं रखते। ट्रंप ने गर्भपात के कारोबार पर भी अंकुश लगाने की बात कही है। हालांकि इस मुद्दे पर ट्रंप अपने बयान बदलते रहे हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन में “काला धन” पर रोक लगाने की भी बात कह चुके हैं। ऐसे में अगर वो चुनाव जीते तो अमेरिकी की कई दशकों से चली आ रही कई नीतियों में बदलाव देखने को मिल सकता है।