तहलका न्यूज ब्यूरो
वाराणसी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व चेयरमैन और बिहार टॉपर्स कांड के मास्टरमाइंड लालकेश्वर प्रसाद सिंह को सोमवार को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी मामले में आरोपी उनकी पत्नी और जेडीयू की पूर्व विधायक ऊषा सिन्हा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उसको पटना ले जाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। बिहार पुलिस की एसआईटी को लंबे समय से लालकेश्वर और उषा सिन्हा की सरगर्मी से तलाश थी। पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापा मार रही थी।
पुलिस की टीम को लालकेशवर और उषा सिन्हा के उत्तर प्रदेश में भी छिपे होने के संकेत मिले थे। जिसके बाद से पुलिस लगातार उनकी टोह में थी। आज वाराणसी में गिरफ्तारी के बाद पुलिस दोनों को कड़ी सुरक्षा में बनारस से पटना ला रही है। टॉपर घोटाले में नाम आने के बाद और दोनों के खिलाफ मिले साक्ष्य के बाद से पुलिस की एसआईटी को लगातार दोनों की तलाश थी। दोनों के खिलाफ पुलिस ने रेड कॉर्नर नोटिस निकलवाने के लिए भी अर्जी दी थी। लालकेश्वर प्रसाद बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष थे जबकि उनकी पत्नी जेडीयू की विधायक रह चुकी हैं।

बुहुचर्चित स्कैम से जुड़े सारे तार खुलने के आसार
दोनों की गिरफ्तारी के बाद से इस बुहुचर्चित स्कैम से जुड़े सारे तार खुलने के आसार हैं। इससे पहले भी इंटर टॉपर स्कैम में मास्टरमाइंड बच्चा राय समेत लगभग दर्जन भर लोगों को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस गिरफ्त में मुख्य आरोपी बच्चा राय
बिहार बोर्ड टॉपर्स कांड का मुख्य आरोपी बच्चा राय पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा हुआ है। कोर्ट के आदेश के बाद बच्चा राय ने एक बार फिर खुद को बेकसूर बताया। उन्होंने कहा, 'मैं कभी लालकेश्वर सिंह से नहीं मिला। मैंने सिटी एसपी को कैमरे के सामने अपना बयान दे दिया है। मैं कहीं छिप नहीं रहा था, मैं अपने बेटे से मिलने गया था। मैंने तो सरेंडर किया है।'