तहलका न्यूज ब्यूरो
मथुरा. मथुरा हिंसा के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव की मौत पर सस्पेंस गहराता ही जा रहा है। इस मामले नया ट्विस्ट गुरुवार को आया जब मथुरा की स्थानीय अदालत ने पुलिस के दावों पर सवाल उठाते हुए रामवृक्ष यादव की मौत को ख़ारिज कर दिया। एडीजे-9 की कोर्ट ने रामवृक्ष की मौत को ख़ारिज करते हुए कहा कि पुलिस के दावे विश्वसनीय नहीं हैं। कोर्ट ने विसरे को रामवृक्ष के डीएनए से मिलाने के आदेश दिए हैं।
कोर्ट ने कहा कि जिस समय रामवृक्ष के शव की शिनाख्त कराई गई उस समय परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था, जिससे पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। कोर्ट ने कहा कि बिना जांच के रामवृक्ष यादव की मौत की पुष्टि नहीं हो सकती।
गौरतलब है कि इससे पहले रामवृक्ष यादव के वकील ने भी दावा किया था कि रामवृक्ष मरा नहीं है। इससे पहले डीजीपी जावीद अहमद ने कहा था कि रामवृक्ष यादव हिंसा के दौरान मारा गया। पुलिस ने उसके एक करीबी से शव की शिनाख्त भी कराई थी जिसके बाद उसके शव को गांव वालों ने लेने से मना कर दिया था।