लखनऊ. उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज दिलकुशा गार्डेन में वाजिद अली शाह महोत्सव के उदघाटन के मौके पर प्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन और सूचना नवनीत सहगल को अवध की सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहन देने के लिये रूमी पुरस्कार 2017 से सम्मानित किया. महोत्सव का आयोजन रूमी फाउंडेशन के लखनऊ चैप्टर द्वारा किया गया है.इस अवसर पर अवध क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का प्रसार करने के लिये पद्भ भूषण श्रीमती कुमुदनी लाखिया और सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों में व्यापक तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली सुश्री माधवी कुकरेजा को भी अवध की सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहन के लिये राज्यपाल ने स्मृति चिन्ह देकर रूमी पुरस्कार-2017 से सम्मानित किया. इस मौके पर फिल्मकार मुज़फ्फर अली भी मौजूद थे.
राज्यपाल ने यहाँ कहा कि लखनऊ कला की नगरी है. दिल्ली देश की राजनैतिक राजधानी है, मुंबई को आर्थिक राजधानी कहा जाता है, काशी आध्यात्मिक राजधानी है और लखनऊ कला और संस्कृति की राजधानी है. यहाँ हर आयोजन में कुछ नयी बात देखने को मिलती है. नवाब वाजिद अली शाह के बारे में पढ़ा तो यह जानकारी मिली कि उन्होंने सर्व धर्म समभाव को व्यवहार में प्रस्तुत किया. वे कला प्रेमी थे तथा अवध की सांस्कृतिक विरासत को उन्होंने और अधिक समृद्ध किया. नवाब वाजिद अली शाह ने लखनऊ को बहुत कुछ दिया है. उन्होंने कहा कि वाजिद अली शाह संगीत, नृत्य, साहित्य और साम्प्रदायिक सौहाद्र को आगे बढ़ाने वाले बिरले व्यक्तित्व थे.
श्री नाईक ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन बिना रूके निरन्तर होते रहना चाहिए क्योंकि इससे लखनऊ की परम्परा और संस्कृति देखने को मिलती है. कला के माध्यम से जहाँ एक ओर पर्यटन बढे़गा, वही व्यापार और उद्योग में भी बढ़ोत्तरी होगी. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये पर्यटकों हेतु सुविधा भी बढ़नी चाहिए. सुविधा बढे़गी तो पर्यटन का विकास होगा. उन्होंने कहा कि पर्यटकों को ऐसी सुविधा मिले कि उन्हें बार-बार आने की इच्छा हो.
राज्यपाल ने कहा कि आज कल प्रदेश में जनतंत्र का मेला भी चल रहा है. विधान सभा चुनाव का पहला चरण पूर्ण हो गया है. शेष 6 बचे हैं. लखनऊ में 19 फरवरी को मतदान होना है. पिछले विधान सभा एवं लोक सभा के चुनाव में प्रदेश में करीब 40 प्रतिशत लोगों ने मतदान नहीं किया था. देश के संविधान ने 18 वर्ष एवं उससे ऊपर की आयु के सभी नागरिकों को मतदान करने का अधिकार दिया है. मतदान करना राष्ट्रीय कर्तव्य है. योग्य प्रतिनिधि एवं योग्य सरकार चुनने का अधिकार सभी को है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के समस्त नागरिकों से अपील की है कि सभी अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें ताकि शत-प्रतिशत मतदान हो.
कार्यक्रम में अवध की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी अनेक प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की गयी.